तुम्हारी तस्वीर।।
तुम नही,
हाँ मगर तुम्हारी सभी अदाएं हैं।
वही रूठना वही मुस्कुराहट।
वही नारजगी वही हरकत।
मेरी तन्हाई में,
अक्सर ही
बोलती है तुम्हारी तस्वीर।।
ज्योतिबा अशोक
-- 【 the story of every living dead stone. 】 -- At that stage when my colleagues and my cousins try to strengthen the leg. I was at th...
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