()सच का सामना()
आओ कह दें भगवा आतंकवाद।।
जो करें
बलात्कार सरेआम दंगे फसाद
पकड़ कर जो तुम्हे कही भी पीट दें
फाड़ दे तुम्हारे बहनों के कपड़े सरेआम
भगवान के नाम पर
जो मचा दे उत्पात त्राहिमाम
न कोई आस्था संविधान में
न हो मजहब का सम्मान जिनके विचार में
भरी भीड़ दहसत फैला दें
उठा ले जाये तुम्हारे बहन बेटियों को निष रात
कही भी थूक दे
कही भी त्याग दे अपशिष्ट
और डर से सहमा रहे
अपनी पुलिस विशिष्ठ
मूक देखती रहे बधिर सरकार
हट ऐसी सरकार छी ऐसी सरकार थू ऐसी सरकार
बोलो सरकार
ये कैसा आतंकवाद
ये कैसा आतंकवाद
आर टी आई लगाऊ तब बोलोगे?
पहले ही आओ
आओ कह दें भगवा आतंकवाद।।
राजवंशी जे. ए. अम्बेडकर
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