--【 वह मुहब्बत 】 --
भूल जाने में रिहाई है गर
जा भूल जा वह मुहब्बत
चुम्बन माथे का
हाथों का स्पर्श
देखना आंखों में
दूर दूर से ही
हां न कर लेना
है मुनासिब जी लेना गर
जा भूल जा वह मुहब्बत
होंठो की चिपचिपाहट
कानाफूसी बिस्तर पे
वो बहुत लम्बी सैर
दो हाथ एक परछाई
लिपटे उलझे चिपके
सुलझे जीवन की चाह गर
जा भूल जा वह मुहब्बत
उंगलि हथेली उंगली
बिंदी केशुये उंगली
पीठ वही उंगलियां
मेरे होंठ मेरी आँखें
तुम्हारी उंगलियां
चाहत कुछ और भी गर
जा भूल जा वह मुहब्बत
Jyotiba Ashok
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